जसपाल भट्टी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
शनिवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-34 के गुरुद्वारे के सामने स्थित मैदान में स्व. जसपाल भट्टी के भोग एवं श्रद्धांजलि समारोह के दौरान स्वर्गीय भट्टी की बेटी अपनी मां सविता भट्टी को ढाढस बंधाती हुई। - प्रदीप तिवारी
नगर संवाददाता
चंडीगढ़, 3 अक्तूबर। व्यंग्य एवं हास्य की दुनिया के बादशाह माने जाने वाले कलाकार जसपाल भट्टी के भोग एवं श्रद्धांजलि समारोह में आज यहां सेक्टर 34 के ग्राउंड में राजनेताओं, कलाकारों, रिश्तेदारों तथा प्रशंसकों ने श्रद्धांजलियां भेंट कीं और जसपाल भट्टी की पत्नी सवीता भट्टी, बेटे जसराज भट्टी तथा परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति संवेदना प्रकट की।
इस अवसर पर रागी जत्थों शिवहरण सिंह गुरुद्वारा साहब सेक्टर 34 के अस्ट्रेलिया से विशेष तौर पर पहुंचे भाई जसपाल सिंह, दरबार साहब के हजूरी रागी इन्द्रजीत सिंह की ओर से शबद प्रवाह किया गया।
प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह द्वारा परिवार के लिए भेजे गए शोक संदेश में जसपाल भट्टी की मौत पर दुख व्यक्त किया। मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, कैबिनेट मंत्री विक्रमजीत सिंह मजीठिया के शोक संदेश दिया व समागम में डा. हरचरण सिंह बैंस तथा एमएलए डाक्टर दलजीत सिंह चीमा ने शोक परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की।
इस मौके रेलमंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा कि होनी ने नहीं बल्कि अनहोनी हमसे एक पवित्र आत्मा छीन ली है। श्री भट्टी एक निराले कलाकार थे। उन्होंने सहज स्वभाव से अपनी ही शैली से हर पहलू पर व्यंग्य करते हुए लाखों लोगों के दिलों में अपनी खास पहचान बनाई। इस मौके पर पंजाब की पूर्व मंत्री डा. लक्ष्मी कांता चावला ने कहा कि जसपाल भट्टी ने महंगाई, भ्रष्टाचार, पुलिस के अत्याचार तथा गरीबों के जीवन से जुड़े हर पहलू को सरकार तक पहुंचा कर लोगों की जुबान बनने की कोशिश की।
रेल मंत्री पवन कुमार बंसल, जयराम जोशी से दुर्घटना में घायल हुए भट्टी के बेटे की सेहत बारे पूछताछ करते हुए। पीछे बैठे हैं बालीवुड अभिनेता ओमपुरी। - प्रदीप तिवारी
भाजपा नेता सत्यपाल जैन ने कहा कि वह हंस कर हंसाते थे। उन्होंने भाजपा की ओर से श्री भट्टी को श्रद्धासुमन भेंट किये। फिल्म अभिनेता ओमपुरी ने जसपाल भट्टी के साथ अपनी यादों को सांझा किया। उन्होंने कहा कि भट्टी के पास कहने का वह हथियार था जो लहू न बहाकर आत्मा को जगाता था। भट्टी के पास अपनी बात कहने की अनौखी विधा थी। इस विधा को आगे ले जाने की आवश्यकता है। इस मौके पर पंजाब के गायक सरदूल सिकंदर ने कहा कि जसपाल भट्टी लोगों के कलाकार थे और जमाने को बदलने की ताकत रखते थे।
हास्य कलाकार गुरप्रीत घुग्गी ने कहा कि जसपाल भट्टी के चले जाने से समाज में एक खालीपन आ गया है। इस मौके पर राजनेताओं में विधायक बलबीर सिंह सिद्धू, बलवंत सिंह रामूवालिया, सुरेन्द्र गुप्ता, हरजिन्द्र कौर पूर्व महापौर तथा चेयरमैन पंजाब कला परिषद भी उपस्थित थे।
दैनिक ट्रिब्यून के संपादक नरेश कौशल तथा जगदेव सिंह जस्सोवाल भी इस मौके पर उपस्थित थे। इस मौके पर मोहम्मद सदीक, पम्मी बाई, सुक्खी बराड़, हरदीप गिल, सर्वजीत चीमा, सतिन्द्र सरताज, डॉली गुलेरिया, बब्बू मान इत्यादि कलाकारों ने जसपाल भट्टी को श्रद्धासुमन अर्पित किये।
थियेटर तथा फिल्मी जगत से जुड़ी हस्तियों में विजय टंडन, सविन्द्र माहल, कमल तिवारी, राणा रणबीर, हरपाल, गुरचेत चित्रकार, गुरचरण विर्क, भूपिंदर बरनाला, दर्शन दरवेश, जसविन्द्र भल्ला, सुनील ग्रोवर, सतीश कौल, रविन्द्र पीपट, चाचा रौणकी राम, बालमुकंद शर्मा, अशोक मस्ती, गुरतेज तेजी तथा अन्य ने भी भट्टी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पंजाबी यूनीवर्सिटी के कुलपति डा. जसपाल सिंह सहित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, विभिन्न समाज सेवी, धार्मिक सभाओं की ओर से भी शोक संदेश भेजे गए।
समागम में भट्टी की फिल्म पॉवर कट का टैक्स माफ करने तथा चंडीगढ़ में उनकी एक यादगार स्मारक बनाने की मांग की गई। टैक्स माफ किए जाने पर डा. चीमा ने मुख्यमंत्री से बात किए जाने का वादा किया।